Vanshlochan Ke Fayde in Hindi:वंशलोचन जिसे अंग्रेजी मे ‘Bambusa Arundinacea’ कहा जाता है, यह एक प्रकार की प्राकृतिक औषधि है जिसे बांस के पौधो से प्राप्त किया जाता है। वंशलोचन बांस की टहनियों और तनो के बीच मे पाया जाता है यह दिखने मे सफ़ेद एंव हल्का भूरा रंग का होता है और स्वाद मे मीठा होता है। लेकिन शायद ही आपको वंशलोचन के स्वास्थ्य लाभों के बारे मे जानकरी होगी। वंशलोचन एक प्राकृतिक पदार्थ है जिस कारण इसके कई स्वास्थ्य लाभ है।
वंशलोचन मे भरपूर मात्रा मे कैल्शियम, सिलिका और अन्य खनिज पदार्थ पाये जाते है जो हड्डियों और दातों को मजबूत बनाने मे सहायक होते है, इसके अलावा वंशलोचन शरीर की डिटॉक्सिफिकेशन प्रक्रिया में काफी काम आता है जिस कारण शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते है और पाचन तंत्र बेहतर होता है। इन लाभों के अलावा भी वंशलोचन से कई तरह की बीमारियों को दूर किया जा सकता है जिनके बारे मे विस्तार पूर्वक जानकारी आप इस आर्टिकल मे देख सकते है।
वंशलोचन क्या है?
वंशलोचन, जिसे ‘बास मन्ना’ के नाम से भी जाना जाता है, यह एक प्राकृतिक पदार्थ है जो बांस के पोधों से प्राप्त किया जाता है। वंशलोचन बांस की टहनियों और तनो के बीच से निकाला जाता है जो की दिखने मे सफ़ेद या हल्का भूरे रंग का होता है। वंशलोचन का उपयोग आयुर्वेदिक चिकित्सा मे सदियों से किया चला आ रहा है और इसे विभिन्न स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। वंशलोचन मे कैल्शियम, सिलिका और अन्य खनिज पदार्थ भरपूर मात्रा मे पाये जाते है जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने मे सहायक माने जाते है। वंशलोचन का सेवन करने से पाचन तंत्र को बेहतर बनाने मे काफी मदद मिलती है यह पित्त, वात और कफ को संतुलित करने मे भी काफी मदद करता है, जिससे सम्पूर्ण स्वास्थ्य मे लाभ होता है।
इनके अलावा वंशलोचन का उपयोग विभिन्न बीमारियों के इलाज़ मे किया जाता है जैसे – अस्थमा, मुंह के छाले, और बालो की समस्याएं आदि। वंशलोचन के प्राकृतिक गुण इसे एक प्रभावी और सुरक्षित आयुर्वेदिक उपचार के लिए बेहतर बनाते है। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले किसी आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
वंशलोचन के फायदे (Vanshlochan Ke Fayde in Hindi)
वंशलोचन एक प्राकृतिक पदार्थ है जिसके सेवन से शरीर की विभिन्न बीमारियों को सही किया जा सकता है, तो चलिये जानते है की वह बीमारियों कौनसी है:-
1. हड्डियों को मजबूत बनाने मे मदद
यदि आपकी हड्डियां कमजोर है जिस कारण आपके बदन मे दर्द रहता है, तो आपको वंशलोचन का सेवन करना चाहिए क्योंकि, इसमे कैल्शियम भरपूर मात्रा मे पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत बनाने मे काफी सहायक माना जाता है। कैल्शियम हड्डियों के निर्माण और रखरखाव के लिए आवश्यक होता है और वशलोचन इसका प्रकृतिक स्त्रोत है। प्रेग्नेंसी के दौरान अगर महिलाएं वंशलोचन का सेवन करती है तो गर्भ मे पल रहे है बच्चे की हड्डियों का विकास बेहतर होता है।
वंशलोचन के नियमित सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है जिस कारण ऑस्टियोपोरोसिस जैसी बीमारियां आपसे दूर रहती है। वंशलोचन जोड़ो के दर्द, गठिया और ऑस्टियोआर्थराइटिस जैसी समस्याओं से भी राहत दिलाता है। हड्डियों की मजबूती के लिए वंशलोचन का सेवन दूध के साथ किया जा सकता है।
2. मुंह के छालो से दिलाएं राहत
मुंह के छाले एक आम समस्या है, जो की के भी हो सकते है, और जब मुंह मे छाले होते है तो कुछ भी खाया नही जाता क्योंकि उनमे जलन होने लगती है। लेकिन क्या आपको पता है मुंह मे छाले किस कारण होते है? अगर नही पता तो हम आपको बता दे की मुंह मे छाले पोषक तत्वो की कमी, तनाव एंव पेट की समस्या के कारण होते है।
इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए आप वंशलोचन का उपयोग कर सकते है। वंशलोचन मे प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो मुँह के छालों को ठीक करने में मदद करते हैं।
3. बच्चो मे मिट्टी खाने की आदत को करता है दूर
कुछ बच्चो को मिट्टी खाने की आदत होती है, जिसे छुड़ा पाना उनके माता-पिता के लिए काफी मुश्किल होता है, यह आदत अक्सर शरीर मे पोषक तत्वो की कमी के कारण विकसित होती है, खासकर कैल्शियम और आयरन की कमी के कारण। वंशलोचन जो कैल्शियम और अन्य खनिजो से भरपूर होता है, वह इस समस्या को दूर करने मे काफी मदद करता है।
वंशलोचन के दुष्प्रभाव (Vanshlochan Side effects in Hindi)
वंशलोचन के कई लाभ होते है, लेकिन अगर इसक इस्तेमाल अनुचित मात्रा या बिना सही जानकरी के किया जाएं, तो इसके कुछ नुकसान भी हो सकते है, जैसे:-
1. पाचन समस्याएं: यदि वंशलोचन का अधिक मात्रा मे सेवन किया जाए तो इससे पेट मे गड़बड़ी, अपच या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती है।
2. एलर्जी: कुछ व्यक्तियों को वंशलोचन से एलर्जी भी हो सकती है जिस कारण त्वचा पर खुजली या सूजन हो सकती है, इसलिए यदि आपको बांस से एलर्जी है तो आपको वंशलोचन के सेवन से बचना चाहिए।
3. गर्भावस्था मे रखे सावधानी: गर्भवती महिलाओ को वंशलोचन के सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि कुछ मामलो मे गर्भावस्था एक दौरान यह असुरक्षित हो सकता है।
वंशलोचन मे पाये जाने वाले खनिज तत्व
वंशलोचन एक प्राकृतिक पदार्थ है, इसलिए इसमे कई तरह के खनिज तत्व शामिल किए जाते है, जैसे:-
- कैल्शियम
- सिलिका
- पोटैशियम
- मैग्नीशियम
- सोडियम
वंशलोचन का इस्तेमाल कैसे करें?
वंशलोचन का इस्तेमाल करने से पहले एक बार जरूर जान ले की आपको किस तरह इसका उपयोग करना है।
1. बच्चो की मिट्टी की आदत छुड़ाने के लिए: वंशलोचन को पीसकर शहद मे मिलाकर छोटी गोलियों के रूप मे बच्चो को दिया जा सकता है।
2. हड्डियों के लिए: यदि आपकी हड्डियों मे दर्द रहता है तो आप वंशलोचन का इस्तेमाल दूध के साथ कर सकते है, एक गिलास दूध मे वंशलोचन मिलाकर रोजाना सुबह-शाम पीने से हड्डियों की सेहत मे काफी सुधार किया जा सकता है।
3. मुंह के छालों के लिए: वंशलोचन को शहद मे मिलाकर एक पेट तैयार कर ले और मुंह के छालों पर सीधा लगाए, ऐसा करने से कुछ ही दिनों मे आपके छाले गायब हो जाएंगे।
वंशलोचन का इस्तेमाल करते समय रखे कुछ सावधानियाँ
1. वंशलोचन का सेवन आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह के अनुसार ही करें।
2. गर्भवती महिलाओ और छोटे बच्चो को इसेक सेवन से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
3. वंशलोचन का अधिक मात्रा मे सेवन करने से कुछ नुकसान भी हो सकते है, इसलिए सही मात्रा मे ही इसका उपयोग करें।
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वंशलोचन कहां से प्राप्त किया जाता है?
वंशलोचन बांस से निकाला जाता है, और यह एक प्राकृतिक पदार्थ है। वंशलोचन को बांस के पौधो से निकालकर सुखाया जाता है, और फिर इसे औषधीय रूप मे तैयार किया जाता है। इसके बाद मार्केट मे इसकी बिक्री होती है, जिन लोगो को हड्डियों, दातों आदि से संबधित कोई परेशानी है वह इसका इस्तेमाल कर सकते है और अपनी परेशानियों को जड़ से खत्म कर सकते है।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. क्या वंशलोचन का उपयोग हड्डियों के लिए फायदेमंद है?
Answer – हाँ, वंशलोचन का उपयोग हड्डियों के लिए फायदेमंद है, क्योंकि इसमे कैल्शियम एंव सिलिका की भरपूर मात्रा पाई जाती है जो मुख्यत: हड्डियों को मजबूत बनाने का ही काम करते है।
Q2. वंशलोचन को कहां से खरीदा जा सकता है?
Answer – वंशलोचन एक आयुर्वेदिक पदार्थ है, इसलिए आप इसे आयुर्वेदिक दवाइयों की दुकानो और ऑनलाइन प्लेटफॉर्मस से आसानी से खरीद सकते है।
Q3. वंशलोचन का सेवन दिन मे कितनी बार किया जा सकता है?
Answer – वंशलोचन का सेवन दिन मे 1-2 बार किया जा सकता है, लेकिन इसका सही इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करता है, और इसके अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए।
Dr. Manoj Vishwakarma ने अपनी B.A.M.S की पढ़ाई बंगलोर से की हैं और आयुर्वेदिक का ज्ञान हासिल किया हैं। इस वेबसाईट पर वे Herbs से संबंधित जानकारी विस्तार से लोगों तक पहुचाते हैं।
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